प्रभु स्मरण
ॐ गणाधिपत्ये नमः
ॐ गुरवे नमः
ॐ द्रा दत्तात्रये नमः
ॐ हं हनुमते नमः
ॐ वेदमाता गायत्रेय नमः
ॐ सरस्वत्यै नमः
ॐ श्री लक्ष्मी नारायणाय नमः
ॐ उमा महेश्वराय नमः
ॐ इष्ट देवताय नमः
ॐ कुल देविये नमः’
ॐ पितृ देवताये नमः
ॐ छेत्रपाल भैरवाय नमः
हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे।।
प्रार्थना
हे प्रभु ! आनंद दाता !! ज्ञान हमको दीजिये |
शीघ्र सारे सद्गुणों से पूर्ण हमको कीजिये ||
लीजिये हमको शरण में हम सदाचारी बनें
ब्रह्मचारी धर्मरक्षक वीर व्रतधारी बनें ||
हे प्रभु ! आनंद दाता !! ज्ञान हमको दीजिये |
निंदा किसी की हम किसीसे भूल कर भी न करें |
ईर्ष्या कभी भी हम किसीसे भूल कर भी न करें |
हे प्रभु ! आनंद दाता !! ज्ञान हमको दीजिये |
सत्य बोलें झूठ त्यागें मेल आपस में करें |
दिव्य जीवन हो हमारा यश तेरा गाया करें ||
हे प्रभु ! आनंद दाता !! ज्ञान हमको दीजिये |
जाये हमारी आयु हे प्रभु ! लोक के उपकार में |
हाथ ड़ालें हम कभी न भूलकर अपकार में |
हे प्रभु ! आनंद दाता !! ज्ञान हमको दीजिये |
कीजिए हम पर कृपा ऐसी हे परमात्मा !
मोह मद मत्सर रहित होवे हमारी आत्मा ||
हे प्रभु ! आनंद दाता !! ज्ञान हमको दीजिये |
प्रेम से हम गुरुजनों की नित्य ही सेवा करें |
प्रेम से हम संस्कृति की नित्य ही सेवा करें |
हे प्रभु ! आनंद दाता !! ज्ञान हमको दीजिये |
योग विद्या, ब्रह्मविद्या हो अधिक प्यारी हमें |
ब्रह्मनिष्ठा प्राप्त करके सर्वहितकारी बनें ||
हे प्रभु ! आनंद दाता !! ज्ञान हमको दीजिये ||
शीघ्र सारे सद्गुणों से पूर्ण हमको कीजिये ||
ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद्दुःखभाग्भवेत्।
ॐ शांतिः शांतिः शांतिः ॥